चुपके से मेरे साथ आइये!
कुछ बच्चों की आपस में चर्चा हो रही है ओहो! ये तो पढ़ाई के बारे में बात कर रहे हैं।
चलिए इनसे पूछते हैं कि ये अपनी पढ़ाई , स्कूल और शिक्षक के बारे में क्या कह रहे हैं?
प्यारे दोस्तों क्या मै सभी से एक बात पूछ सकता हूँ.....
आज मै आपको दीक्षा दीदी से मिलवाता हूँ .....
दीक्षा दीदी अपने बारे में बताइए ......
मै कक्षा 3A में पढ़ती हूँ sector-7 ,Eng. Middile School में पढ़ती हूँ।
मेरी एक सुनीता mam है जिनका पढ़ाना मुझे अच्छा लगता है और मुझे वह बहुत पसंद है। इससे पहलेसाईमन सक्सेना mam थी और उनसे पहले रमा mam थी वो प्यार से कहती थी तो कोई नहीं मानता था तोहमारे लिए stick लाया करती थी।
जिनका नाम सक्सेना और साईमन mam थी मुझे बहुत मारती थी।
उसके बाद हमारी स्वाति mam आई है और वह अभी भी हमको पढ़ाती है और अच्छी लगती है।
दीक्षा दीदी आगे कहती हैं .....
मेरी mam मुझको कई तरीके से पढ़ाती है recess में हम कई तरह के game खेलते हैं मुझे आँख मिचौलीखेलना कतई भी पसंद नहीं है।
अगर मै टीचर होती तो यह सोचती हमें EVS में जैसे पत्ते के बारे में जानना है तो उसे पकड़ -पकड़ कर उसेदेखती और सिखाती।
अगर मै टीचर होती तो सब बच्चों को प्यार प्यार से पढ़ाती उन्हें अच्छे से समझाती अगर वे homework करकेनहीं आते तो मै उन्हें समझाती कि कल से homework करके आना और वे शैतान बच्चे होते तो मैं उन्हेंसमझाती अगर तुम पढ़ोगे लिखोगे और अच्छे से पढ़ाई करोगे तो बड़े होकर विज्ञानं बच्चे बन सकते हो।
ओहो !.........
बहुत सुन्दर दीक्षा दीदी!
(*दीक्षा के विचारों को उन्हीं के शब्दों में पेश किया गया है।)
3 comments:
आप बड़े होकर टीचर बन जाना...फिर बच्चे खुश हो जायेंगे.
दीक्षा बहुत ही अच्छा .....आशा है कि आपका यह सन्देश आपके शिक्षकों तक चला जाएगा और वे जरूर गौर करेंगी कि बच्चों को कैसा पढ़ाई अच्छा लगता है
दिक्षा दीदी आपने बहुत अच्छा कहा. आप मेरी सबसे अच्छी दीदी हो. दीदी मुझे आपके बैगर अच्छा नहीं लगता. आपके साथ खेलने में बड़ा मजा आता है.
बड़ी मम्मी पेंटिंग कॉम्पिटीशन रखने वाली है आप अपना नाम जरूर लिखवा लीजियेगा.
Annya.
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