अनुभव भैया आपने एक कविता और एक चित्र साथ लाया है...
हम सुनना चाहते हैं और देखना भी ,सुनाइए ना!
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सूरज भईया, सूरज भईया,
क्या मम्मी ने डांटा है,
गाल तुम्हारे लाल हो गए लगता खाया भाटा है.....
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हा हा हा .......
भईया आप जब भी आते हो हँसाते हो हमें....
आप हो भी बहुत प्यारे...
आप सदा खुश रहे...
आभार।
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